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कंकाल ताबूत में पड़ा-पड़ा हिलने लगता है। अंगड़ाइयां लेने लगता है, हड्डियों की कड़क-कड़क होने लगती है। ताबूत की वजह से हड्डियां इधर-उधर अड़ने लगती हैं। |
कंकाल |
हे भगवान, अंगड़ाई तो लेने दो पता नहीं कितने टाइम से अंदर हूँ। बीबी की बहुत याद आती है। उससे डर कर ही यहाँ छिपा था। पता नहीं फिर किसने ऊपर से मिटटी डाल दी।… |
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सुहागरात की अगली सुबह पति उठता है। मुस्कुरा कर आँखें मलता-मलता कहने लगता है- |
पुनज्जू |
कैसी रही ? |
राणो |
आज बताऊँ या कल ? |
पुनज्जू |
नॉटी गर्ल... |
राणो |
उसकी गर्दन को अपनी शोल्डर में दबोचकर दूसरे हाथ से उसे कमर से सीधा हवा में खड़ा कर देती है। |
पुनज्जू |
हवा में फड़फड़ाने लगता है। |
राणो |
पूरे ज़ोर से डबल-बेड पर पेट के बल फोड़ती है। बेड के टुकड़े-टुकड़े हो जाते हैं। दोनों नीचे गिर जाते हैं। उठ कर खड़ी हो जाती है। |
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बाहर बैठे उसके भाई-भाभी चौंक जाते हैं। भाभी गुस्से से कहती है - |
शाश्मी |
देख लो करतूतें ..... |
जिगर |
अरे कोई बात नहीं, डिजिटल इंडिया है.... , हमारा तुम्हारा जमाना कुछ और था। |
शाश्मी |
सिर्फ 2 साल का अंतर है। |
जिगर |
डार्लिंग, मोदी लहर है। सब चलता है। |
शाश्मी |
कोई बात नहीं आज बताती हूँ। |
जिगर |
[ मुस्कुरा कर ] सच्ची.... |
पुनज्जू |
टेढ़ा-टेढ़ा रूम से बाहर निकलता है बिना इधर-उधर देखे टेढ़ा-टेढ़ा बाथरूम में घुस जाता है। |
शाश्मी |
देख लो, कितना आगे निकल चुका है। |
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जॉगिंग सूट डाल कर तेज़ी से हाल से बाहर निकल जाती है। |
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दोनों के मुंह खुले के खुले रह जाते हैं। दरवाजा खोलकर सामने देखते हैं |
शाश्मी |
सत्यानाश हो इनका, 4 टुकड़े....... .. |
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अपने बॉयफ्रेंड की कमर में हाथ डाले राणो सिनेमा हाल के बाहर अमिताबच्चन के हम पिक्चर के पोस्टर को निहार रही थी। सिनेमा हाल के बाहर जुम्मा चुम्मा दे दे....... सांग पुरे जोर से सुनाई दे रहा था। दोनों सांग की धुन्न में गर्दन हिलाते हुए एक दूसरे की तरफ मुड़ने लगते हैं और कहने लगते हैं। |
राणो |
हो जाये ? |
अक्षय |
सच्ची..... |
राणो |
मुच्ची..... |
अक्षय |
हस्बैंड...... |
राणो |
वो नहीं यार, मूवी देखने की बात कर रही हूँ। |
अक्षय |
कोने वाली शीट लेंगे |
राणो |
नॉटी बॉय,आई ऍम मैरिड, बचपन वाली हरकते गयी नहीं। दो एकम दो ही होते हैं, चार नहीं होते। |
अक्षय |
तुम तो शादी के बाद भी नहीं सुधरी। |
राणो |
सुधरे मेरे दुश्मन, 3 -4 बॉयफ्रेंड न हों न तो जिंदगी झंन्ड है। |
अक्षय |
(चौंक जाता है) क्या ? |
राणो |
इतनी आँखे बड़ी-बड़ी मत करो। मैं सच्च बोल रही हूँ। ( उसकी बाजू में अपनी बाजू फंसाकर उसे जबरदस्ती खींच कर अंदर ले जाती है। जुम्मा के सांग पर उसके हाथ में अपना हाथ फंसाकर उसके पंजे को निचोड़ने लगती है। अक्षय हाथ छुड़ाने की कोशिश करता रहता है पर पंजे को मड़ेक कर निचोड़ती जाती है। उसकी तरफ प्यार से मुस्कुराती हुई देखे जा रही थी और निचोड़े भी जा रही थी। आई लव यू अक्षय डार्लिंग।) |
जिगर |
(ऑफिस में उंगलियों पर सर टिकाए बैठा पुनज्जू के बारे में सोच रहा था। अपने आप से कहता है।) |
जिगर |
यार हद हो गयी पलाई टूट सकती है…., 4 टुकड़े, समझ से बाहर हैं। |
मैनेजर |
सर अंदर आते हैं आधा दरवाजा खोलकर खटखटाते हैं टिंग टोंग, आई ऍम कम इन। बर्खुदार आई ऍम कम इन..... |
जिगर |
अपनी ही सोच में डूबा था। |
मैनेजर |
लगता है बीबी से पिट कर आया है या लौचा हुआ है कुछ |
मैनेजर |
( सामने आकर कहता है) बर्खुदार आई ऍम कम इन....... (तिलमिला उठता है -) कमाल का बंदा है बीबी उसकी और टेंशन मुझे दे रहा है, उसकी बीबी मेरी होती तब भी कुछ बात होती ऐवें ही मेरा Temperature
High करने
पर तुला हुआ है। ( दोनों हाथ फैला कर शाहरुख़ के अंदाज़ में कहने लगता है ) आ.....इ ऍम, क......मिन। आ......इ ऐ.........म क........म इन। |
मैनेजर |
(गुस्से से आगबबूला हो उठता है समझ नहीं आता है क्या करूँ। दोनों हाथ पुरे ज़ोर से उसके काउंटर बेंच पर मारता है। फ़ाइलें २-२ फुट हवा में उछलती हैं और काउंटर बेंच टूट जाता है। दोनों हाथों से उसे कॉलर से पकड़ कर हवा में टांग देता है। ) आई ऍम कमिन, आई ऍम कमिन आ.....इ ऍम कम.........इन। |
जिगर |
(कॉलर से गर्दन नीचे झुकाये साइड में देखता है।) मैनेजर सर ऐ, ऐ..... ऐसे होते हैं 4 टुकड़े। |
मैनेजर |
(पुरे ज़ोर से चिल्लाता है) हरामज़ादे चीर-फाड़ दूंगा मैं तुझे, समझा तू, ऐसे होते हैं 4 टुकड़े, देख हरामज़ादे ऐसे होते हैं 4 टुकड़े। |
जिगर |
मेहरबानी के लिए सर, मुझे नीचे उतारिए। ऐसा न हो मैं ऊपर ही पहुँच जाऊं। |
मैनेजर |
नीचे फैंकता है, बर्खुदार....... मेरे केविन में आकर मिलना। आज दूनी का पहाड़ा सिखाता हूँ मैं तुझे।….. |
पुनज्जू |
घर
के रूम में टेढ़ा-टेढ़ा जाकर बूफर ऑन करता है- प्यार हुआ इकरार हुआ है, प्यार से फिर क्यों डरता है दिल...... खुश होकर इस गाने पर नाचने लगता है। नाचे नहीं जाता फिर भी टेढ़ा-टेढ़ा नाचता जाता है। इस पुरे गाने पर कॉमेडी डांस करता है। थोड़ी देर बाद पर्दा उठाकर खिड़की से बाहर रात होते देखता है, तालियां मारकर और खुश होकर, फिर से डांस करने लग पड़ता है। बूफर की साउंड और बढ़ा देता है। कोई 10 मिनट तक नाचता रहता
है।………. |
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