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“मजाक” |
Scripts |
A Heart touching Love Story |
Script,Length |
2 Hours, 10
Minutes |
Script Type |
A Bollywood Movie
Script Base Comedy, Emotional,
family Drama Story |
Star Cast:- |
Akshay 25 Age [Hero] |
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Anupma 23 Age [Heroine] |
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Shelja 25 Age [Side-Heroine] |
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Neeraj 24 Age [Heroine-fiance] |
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Akki 35 Age [Comedian] |
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Radha 30 Age [Comedian-Wife] |
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Rajveer 45 Age [Heroine-Father] |
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Anjli 40 Age [Heroine-Mother] |
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Ankita 30 Age [Heroine-Sister] |
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Karan 30 Age [Ankita Boyfriend] |
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Raja 38 Age [villain] |
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Hardev 50 Age [Garage Owner] |
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Sheela 24 Age [Heroine-Friend] |
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Ankita 27 Age [Heroine-Sister] |
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Principal, Peon,
Doctor, Dharmesh Thakur, wedding
decorators |
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Collage Fukre
ladke 06 Boy |
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House
Servants 20 People |
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Gunnde 30 People |
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Car mechanic 05 People |
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1st Scene |
Location:- 1] Garage |
Action |
गेराज में 4-5 मैकेनिक अलग-अलग गाड़ियां ठीक कर रहे थे। तभी गेराज के मालिक बाहर आते हैं, सभी मैकेनिको को काम करते देखते हैं……, गुस्से में ज़ोर से कहने लगते हैं- |
Hardev |
अरे बजरबट्टूओ अक्षय कहाँ है ? जिंदा है या मर चुका है ? |
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(कोई भी नहीं सुनता सब अपने काम में व्यस्त थे) |
Hardev |
(गुस्से में आगबबूला हो उठता है और पुरे ज़ोर से चिल्लाता है) आहूजा इंडस्ट्री के मालिक की गाड़ी क्या ठीक हो चुकी है ? |
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(सभी चौंक कर सुन्न हो जाते हैं, तभी दूसरी तरफ से कॉमेडियन अक्की हाथ में चाय की ट्रे पकडे और जुम्मा चुम्मा दे दे का गाना गाता हुआ आ रहा था। सभी उसकी तरफ देखने लगते हैं।गाता-गाता अपनी ही धुन्न
में हरदेव के सामने पहुंच जाता है। जैसे ही नज़र उस पर पड़ती है, चुप हो जाता है और
मुंह खुला का खुला रह जाता है।) |
Hardev |
(बड़े प्यार से पूछता है ) दिया ? |
Akki |
क-क,कक क्या ? |
Hardev |
जुम्मा ने चुम्मा दिया ? |
Akki |
द-द-द दिया जी। |
Hardev |
एक या दो ? |
Akki |
ऐ-ऐ -ऐ एक जी। |
Hardev |
(पुरे गुस्से में चिल्लाता है-) एक चुम्मे के लिए अपना काम छोड़कर जायेगा तू ? |
Akki |
मा-मा-मा माफ़ी यजमान |
Hardev |
(पुरे ज़ोर से उसके मुंह पर तमाचा जड़ता है) |
Akki |
गाड़ी के बोनट पर गिरता है और चाय दूसरी गाड़ी पर गिरती है |
Hardev |
बजरबट्टूओ मेरा वीपी मत बढ़ाओ, ढंग से काम करो ? नहीं तो एक-एक को गोली से मार दूंगा मैं और यह अक्षय कहाँ है आज ? |
Akki |
(गाल को हाथ से पकड़े उठता है और कहने लगता है-) य-य य-य यजमान आज अक्षय नहीं आएगा। |
Hardev |
क्यों ? क्या माँ मर गयी उसकी या बाप पड़ोसन को लेकर रफूचक्कर हो गया ? |
Akki |
यजमान वो पगार लेकर फुर्र हो गया है।
|
Hardev |
(हैरानी से) गल्ला लूटकर ? (फिर उसे कॉलर खींचकर पकड़ लेता है) |
Akki |
(डरता हुआ) नहीं यजमान प-प-प पगार लेकर। |
Hardev |
मैं क्या तेरी माँ का बॉयफ्रेंड हूँ जो तू मुझे यजमान-यजमान कहे जा रहा है। मुझे ऐसे बन्दे नहीं चाहिए जो पगार लेकर फुर्र हों जाएँ। (कॉलर से हिलाता-हिलाता कहने लगता है-) तू ही लेकर आया था न उसे, अब तू भी उसके साथ ही जा (पीछे धक्के से फेंक देता है) |
2nd
Scene |
Location 1] Bear-baar |
Action |
अक्षय बीयर-बार में बैठा शराब में बिलकुल टुन्न था। उसे ये पता भी नहीं चल रहा था कि दोनों हाथों में पेग हैं। 3-4 भरी हुई शराब की बॉटल बेंच पर रखी थीं, लेकिन फिर भी शराब का आर्डर दिए जा रहा था। |
Akshay |
वेटर, कम हेअर..... कम हेअर। |
Vetar |
(वेटर आता है) जी साहब जी |
Akshay |
साहब (ज़ोर से अंदर से रौब वाली हंसी में हंस पड़ता है) साहब, तुझे...... जाती बार न मैं, टिप जरूर दूंगा। उस टिप से, उस टिप से न उस टिप से अपने बच्चों के लिए, जरूर कुछ ले आना, या ले जाना। |
Vetar |
साहब जी, मेरी शादी अभी तक नहीं हुई है। |
Akshay |
(सुनकर ज़ोर से लम्बे ठहाके में हंस पड़ता है) मैं अमिता बच्चन का, बहुत बड़ा फैन हूँ। फैन, फैन समझते हो न। वोह ठंडी हवा, ठंडी हवा देने वाला फैन नहीं। फैन, जो अपने, एंग्री यंग मैन को अपने अंदर....... अपने अंदर पूरा धारण कर ले। (पूरा ज़ोर से हंस पड़ता है। दूसरे लोग भी उसकी तरफ देखने लगते हैं।) देखा है न मेरी हंसी, अमिता बच्चन जैसी। |
Vetar |
हाँ जी साहब जी |
Akshay |
(पूरे ज़ोर से हंस पड़ता है।) (फिर अचानक चुप होकर शायरी सुनाने लगता है।) |
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ये जो जाम पकड़े हैं हमने हाथों में, कुछ वजह है, कुछ वजह है। कि ये जो जाम पकड़े हैं हमने हाथों में, कुछ वजह है, कुछ वजह है। अबे रंडवा हूँ मैं……., कुछ तुम रंडवे हो, कुछ हम रंडवे हैं बस यही वजह है, यही वजह है। |
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(पूरे ज़ोर से हंस पड़ता है) (फिर अचानक चुप होकर अपने टेबल पर रखी बोतलों की तरफ, इशारा करके शायरी सुनाने लगता है....) |
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ये जो बोतलें सजी हैं मेरे सामने, कि यह जो बोतलें सजी हैं मेरे सामने, काश ये मेरी बीबियां होती। मुण्डी मरोड़ कर, सारा जहर बोतलों में भरता, कि मुंडी, मुण्डी मरोड़ कर, सारा जहर बोतलों में भरता, और
एक, और एक बियर-बार खोलता तेरे सामने...... (पूरे ज़ोर से हंस पड़ता है) |
3rd
Scene |
Location 1] Fast Rain 2] Car on the Road |
Action |
अक्षय शराब के नशे में, अपनी महंगी गाड़ी में, बारिश में आ रहा था। तभी सुनसान रास्ते में एक लड़की लिफ्ट के लिए हाथ देती है। अक्षय उसे दूर से देखकर चौंक जाता है। उसके पास आकर ज़ोर से ब्रेक मारता है। चौंक कर पूछता है ? |
Akshay |
आर यू लेडी ? |
Anupma |
आई एम् रेडी। प्लीज क्या आप मुझे घर तक छोड़ देंगे। |
Akshay |
आर यू लेडी ? |
Anupma |
आई एम् रेडी, मैं बाहर भीग रही हूँ। क्या मैं आपकी कार में अंदर आ जाऊं ? |
Akshay |
(अपने आप से कहता है) कमाल है यार इतनी चढ़ गयी है ? लड़का भी लड़की लग रही है। (उससे कहता है) आ जाओ भाई, आ जाओ। |
Anupma |
(ख़ुशी-ख़ुशी अंदर बैठ जाती है। गाड़ी और उसके महंगे कपड़ों की तरफ नज़र डालने लगती है।) क्या ढूढ़ रहे हैं आप ? |
Akshay |
यार मेरा एक्सीलेटर नहीं मिल रहा। |
Anupma |
वो देखिये ब्रेक के साथ ही है एक्सीलेटर। |
Akshay |
(चौंक जाता है-सोचने लगता है, कार स्टार्ट करके चल पड़ता है।) हद हो गयी आगे से इतनी नहीं पियूँगा, नजदीक बैठकर भी लड़की की ही आवाज सुनाई दे रही है। |
Anupma |
(सोचने लगती है) हैंडसम है, काफी रिच भी लग रहा है। बेचलर भी महसूस हो रहा है। शायद पट जाए। |
Akshay |
(चोरी-चोरी देखने लगता है और सोचने लगता है।) काश ये लड़की होती, कि काश यह लड़की होती। शहद और डोसे का ब्रेकफास्ट बनाती, डिनर गर्म करके देती लंच टाइम में डिनर गर्म करके देती लंच टाइम में, तो लंच टाइम में क्या देती ? (पूरे ज़ोर से हंस पड़ता है।) |
Anupma |
(डर कर चौंक जाती है।….) |
Akshay |
(एक नज़र उसे गुस्से से उसे देखता है और मन ही मन उसके गाना बजने लगता है। एक लड़की भीगी-भागी सी...... यह पूरा गाना उसके मन में चलता रहता है, बीच-बीच में उसकी तरफ गुस्से से नशे की हालत में देखता रहता है। इसी गाने के चलते-चलते लड़की का घर आ जाता है। खींच कर पूरे ज़ोर से ब्रेक मारता है।) |
Anupma |
आपको कैसे पता चला मेरा घर यहीं है ? क्या आपने मुझे पहले कभी देखा था ? यही साथ में मेरा छोटा सा घर है। आइये चाय पीयेंगे दोनों। नाइस कार......., |
Akshay |
(उसके मुंह की तरफ चुपचाप देख रहा था) |
Anupma |
हाथ मिलाने को आगे करती है |
Akshay |
हाथ मिलाता है। |
Anupma |
बाए करके चली जाती है। |
Akshay |
(अपने हाथ के स्पर्श को महसूस करके देखता है और बोलता है -) फीलिंग भी लड़की की……. |
4th
Scene |
Loctaion 1] Garage 2] Song Shoot |
Action |
(कोट-पेंट-टाई डालकर अपनी महंगी गाड़ी में गेराज पहुँचता है। रौब में बाहर निकलता है। अक्की के ऊपर गाड़ी की चाबी फैंकता है।) लुच्चे, गाड़ी पार्क कर दे। |
|
(हाथ जोड़कर) जी यजमान |
Song-1 |
सभी मैकेनिक चाबियों और पानो से गाड़ियों के बोनट और इंजन की आवाज करने लगते हैं। सांग की धुन्न धीरे-धीरे बनने लगती है। हर धुन्न के साथ अक्षय अपने महंगे कपडे बदल कर मैकेनिक के कपडे डालने लगता है। पूरे कपड़े बदल कर हाथ में पाना लिए, अमिताबच्चान के जैसे नाचता हुआ बाहर आता है। पूरे गाने में अमिताबच्चान के जैसे ही नाचता है। ….इस गाने में किसी लड़की का जिक्र नहीं होता है। बल्कि ये गाना मौज-मस्ती पर आधारित होता है। |
5th
Scene |
Location 1] Home Stairs 1] Room |
Action |
(अक्षय किराये के मकान में 2nd फ्लोर पर रहता था। पैदल अपने किराये के मकान में मैकेनिक के ही कपड़ों में पहुँचता है। सीढ़ियां चढ़ने लगता है। तभी मकान मालिक की बेटी शैलजा भागकर आकर उसके साथ-साथ सीढ़ियां चढ़ने लगती है। यह अक्षय को बहुत मन-ही-मन चाहती थी। जब भी अक्षय से बात करती थी तो ऐसे लगता था उसकी बातों से शहद टपक रहा हो। हर बात शहद में भिगो कर करती थी।) |
Shelja |
ऑफिसर बाबू जी आपकी कीमती ड्रेस कहाँ गयी ? |
Akshay |
कहाँ शैलजा अपनी किस्मत में तो गरीबी ही लिखी है। |
Shelja |
आप गरीब नहीं हैं, इतने पैसे तो कमाते हैं। |
Akshay |
कहाँ कमाता हूँ, ऐसा होता है महीने का बस आप लोगों का किराया निकाल पाता हूँ। आई एम् पुअर मैन शैल,जो। (लॉक खोल कर अंदर जाते हैं दोनों) |
Akshay |
अब तू मुझे जल्दी से नीचे से चाय ले आ मैं तब तक नहाकर धुप-बत्ती कर लेता हूँ। ठीक है। |
Shelja |
(हाँ में खुश होकर सर हिलाती है।) आप नहाओ मैं मीठी-मीठी चाय लेकर आती हूँ। |
Akshay |
थैंक्स |
Akshay |
(टॉवल उठाकर बाथरूम में नहाने चला जाता है, नहाकर वापिस आता है 3 अगरबत्ती जलाता है। पूरी दीवार पर लगे अमिताबच्चान और रजनीकांत के फोटो के सामने खड़ा हो जाता है।) |
Akshay |
आप तो हर सदी के महानायक हैं, एंग्री यंग मैन का खिताब आपसे कभी कोई नहीं छीन सकता। आपका यह प्रभाव है कि आपकी रीमेक कर-कर सर भी हर सदी के सुपर स्टार बन चुके हैं। हे मेरे महानायक बस अपनी इतनी कृपा कर दो, मुझे बस एक बार हीरो बनने का चांस दिलवा दो। मैं आपकी यह कृपा सारी जिंदगी नहीं भूलूंगा। |
Shelja |
(चाय लेकर आ जाती है और सुनने लगती है) |
Akshay |
हे मेरे प्रभु अगर मैं हीरो बन गया न तो एक रौब बन जायेगा, लाइफ सेट हो जाएगी मेरी। इस बार तो आपके हैप्पी बर्थडे पर मैं भंडारा भी करवाने वाला हूँ। |
Shelja |
(सुन कर पुरे ज़ोर से हंसी ही छूट पड़ती है।) |
Akshay |
(चौंक कर पीछे पलटता है।) अरे शैलजो तू कब आई। (चाय छीन कर पीने लगता है।) |
Shelja |
(हंसती-हंसती कहने लगती है) आपके पास तो पैसे ही नहीं हैं, भंडारा कहाँ से करेंगे ? |
Akshay |
शैलजो ये अंदर की बात है बाहर किसी से मत कहना। वर्ना हर जगह मेरी थू-थू हो जाएगी। लोग ताना कसेंगे....... |
Shelja |
(फिर से अंदर दबी पड़ी हंसी छूट पड़ती है।) |
6th
Scene |
Location
1] Bedroom 2] Kitchen
|
Action
Radha |
सुनिए जी आज काम पर नहीं जाना ? क्यों भैंसे की तरह सोये हुए हैं। |
Akki |
(मुंह ढके-ढके कहता है) डार्लिंग जगाओ मत, आज मूड नहीं है। |
Radha |
तो आज क्या पूरा दिन आप अमिताभ बच्चन की तरह रोमांस करेंगे। |
Akki |
(नींद में कहता है) तू जुम्मा बनके चुम्मा देने को तैयार हो जा। |
Radha |
कितने चुम्मे, How many kisses
? |
Akki |
अनगिनत। |
Radha |
आज हम न घूमने भी जायेंगे, पिकनिक मनाएंगे। मैं तैयार होकर आती हूँ हॉट बनकर। आज मैं आपको मॉर्निंग टी ऐसे धमाकेदार बना कर दूंगी कि आपके गद्दे, टेबल, सोफे सब फट जायेंगे। |
Akki |
हूँ....... |
Radha |
(थोड़ी देर बाद तैयार होकर हाथ में चाय की प्याली लेकर अक्की को जगाने आती है ) सुनिए जी, Good वाली morning हो गयी हमारी। (प्याली साइड में रखकर मुंह पर से चदर हटाती है और ज़ोर से लिप्स किस्स देती है उसे) |
Akki |
(घबराकर बौखलाया हुआ उठता है) क्या हुआ, क्या हुआ, क्या हुआ ? (उसे देखकर डरकर ज़ोर से चिल्लाता है, मेकअप की वजह से पहचान नहीं पाता-) कौ, कौ,कौ कौन हो तुम, मेरी भैंस ने तुम्हे यहां देख लिया तो कयामत आ जाएगी। |
Radha |
(मुंह खुला का खुला हो गया था।) 2 टके के मैकेनिक तुम ये सोचते हो मेरे बारे में ? |
Akki |
(अपने आप से कहता है) यह आवाज तो कुछ जानी-पहचानी लग रही है। |
Radha |
यह तो मेरी मत मारी गयी थी जो तुझसे प्यार कर बैठी। |
Akki |
(चौंकता है- ) राधा तुम……. (डर के मारे पीछे जम्प मारता है, और दरवाजे के बाहर गिरता है।)
|
7th
Scene |
Location 1] Garage |
Action |
(अनुपमा अपनी गाड़ी गेराज में ठीक करवाने लाती है। सभी मैकेनिक गाड़ियां ठीक करने लगे हुए थे। तभी आवाज लगाती है-) |
Anupma |
एक्सक्यूज़ मी, एक्सक्यूज़ मी, एक्सक्यूज़ मी......... |
Akshay |
(गाड़ी के नीचे घुसा अक्षय चौंकता है।) यह आवाज़ तो कुछ सुनी-सुनी लग रही है। |
Hardev |
(चिल्लाता हुआ आता है-) बजरबटुओ, कस्ट्रमर कब से यंहा धुप में खड़ा है, कान में क्या ग्रीस डालकर लगे हो। |
Hardev |
(चारों ओर सरनाटा छा जाता है-) मैं तुम्हारी मौसियों का बॉयफ्रेंड नहीं हूँ, जो तुम मेरी लंका डुबोने में लगे हो। (प्यार से कहता है) आइये मैडम जी, अंदर डायरी में लिखवा दीजिये आपकी गाड़ी का क्या-क्या काम करवाना है। (ज़ोर से चिल्लाता है) अक्की 2 कोक लेके आ….. |
Akki |
(अक्की न चाहते हुए भी कोक दे आता है) |
Akshay |
(अक्षय गाड़ी के नीचे से थोड़ा बाहर निकलता है) अक्की, अंदर लड़की थी या आंटी ? |
Akki |
यार, जबरे ने सुबह से मेरे दिमाग को हैक करके रखा है, बजरबटुओ, बजरबटुओ, बजरबटुओ। साले की गेराज को सबसे पहले मेरी ही नज़र लगेगी। वैसे जो माल था अंदर उसे देखकर मेरी तबियत हरे-हरे खेतों जैसी हो गयी। |
Akshay |
(उत्साहित होकर) क्या ? |
Akki |
हाँ। |
Akshay |
पर अंदर लड़की थी या आंटी ? |
Akki |
(धीरे से उसके कान में बोलता है) इससे क्या फर्क पड़ता है। काम तो दोनों का एक ही होगा न। |
Akshay |
क्या यार तू भी। (दोबारा गाड़ी के नीचे घुस जाता है, सोचने लगता है ?) यार उस रात मेरे साथ लड़का था या लड़की, कहीं जेंडर मैच न हो जाये। प्यार तो मुझे उस रात ही हो गया पर, अगर कहीं वोह लड़का निकला तो। |
8th
Scene |
Location 1] Garage Office |
Action-
Hardev |
(अक्षय गेराज के ऑफिस में खड़ा था। ड्रॉर से सैलरी निकल कर अक्षय की छाती पर फैंकता है, और चिल्ला कर कहता है) हरामज़ादे यह रही तेरी महीने की कमाई, अब जा और इस कमाई को भी रईसी के दिखावे और शराब में उड़ा आ। दिखावे से रईस नहीं होते, जेब में पैसे से रईस होते हैं। महीने भर की शराब तो तू एक दिन में ही पी जाता है। मर जायेगा किसी दिन। इतने सालों से तुझे ठोक-ठाक करअच्छा मैकेनिक बनाया है, तू मर गया तो फिर किसी को अच्छा मैकेनिक बनाने में मुझे सालों गुजर जायेंगे। |
Akshay |
(हाथ में पकड़ी अपनी सैलरी की तरफ मुस्करा कर देखता है) मैं जाऊं जी अब....... |
Hardev |
(गुस्से से उसकी तरफ देखता है) जा मर अब, |
Akshay |
पीछे पलटता है |
Hardev |
सुन? |
Akshay |
(उसकी
तरफ पलटकर) जी....... |
Hardev |
शराबी
में अमिताबच्चन ने असली की शराब नहीं पी हुई थी, अगर वो इतनी शराब पीता, तो कब का
स्वर्ग सिधार चुका होता। अमिताबच्चन अपनी क़ाबलियत की वजह से आज तक भी फ़िल्मी दुनिया
में राज कर रहा है। समझा कुछ। |
Akshay |
जी...... |
9th
Scene |
Location 1] Night deserted road |
Action
Song-2 |
Akshay महंगे कपडे डाले, रात में शराब की बोतल लिए, शराब के नशे में
चकनाचूर होकर, अनुपमा को याद कर-कर के गाने लग पड़ता है। उसकी यादों में अनुपमा आकर
डांस करती है। यह सांग रैप सांग मिक्स होता
है। आधे गाने के बाद तेज़ वारिष भी लग पड़ती है। फिर गाना वारिष में ही चलता है।.. |
10th
Scene |
Location 1] Room |
Action |
रात
को तीन बजे अपने बिस्तर पर धड़ाम से गिरता है। बोतल छूट कर फर्श पर लुढ़क जाती है।
सुबह बोतल शैलजा उठाती है और बोतल देखती-देखती अक्षय से कहने लगती है। |
Shelja |
आप नहीं सुधरेंगे। मर्द होते हैं, कई बोतलें पी जाते हैं। आप एक बोतल को नहीं पचा सकते। (जाकर उसके सिरहाने बैठ जाती है, अक्षय बेहोशी में टुन्न था। अक्षय के बालों पर हाथ फेरती-फेरती कहने लगती है) हमें आपकी यह आदत भी मंज़ूर है। पसंद तो नहीं, लेकिन आपके खातिर शराब की महक को भी अपना लेंगे हम। एक बार हाँ करके तो देखिये, शराब से गहरे नशे में ले जाकर, हमेशा के लिए झोंक देंगे हम। आप समझते ही नहीं की आपसे प्यार करते हैं हम, न समझ हैं आप, या अनजान बनते हैं, इतना समझ लीजिये, यह अदा भी आपकी पसंद करते हैं हम....... … (शर्मा कर भाग जाती है, थोड़ी देर के बाद चाय लेकर आती है। लेकिन अक्षय वैसे ही टाँगे फैलाये सोया था जैसे की मर गया हो। चाय रखकर पानी का जग उठाती है और उसकी पेंट, कमर से खींचकर उसमें जग उढ़ेल देती है। अक्षय पर कोई असर नहीं पड़ता है ) हे भगवान् शादी के बाद हम इन्हे कैसे जगायेंगे ? कुछ इशारा दो। |
Akki |
ये
क्या कर रही हो तुम। |
Shelja |
आप
अक्की भैया आइये। |
Akki |
यह
क्या कर रही हो तुम ? यह बैल ऐसे थोड़े जागेगा, यह क्या किया इसने, सुसु कर दिया। |
Shelja |
(घबराकर
कहती है) नहीं
भैया जी पा,पा,पानी है। |
Akki |
मेरा
क्लॉस्फेलो था, स्कूल में भी यही हरकतें करता था। साला सुसु आगे करता था और भिगो
मुझे पीछे देता था। यह चाय ठंडी हो गयी है, तू गर्म करके ला तबतक मैं इसे जगाता हूँ। |
Shelja |
जी भैया (चाय लेकर चली जाती है) |
Akki |
साले तेरे सुसु करने की आदत आज तक न गयी। आज जाएगी। एक तो वोह साला हम सबपर आज ट्रेक्टर चढ़ा देगा और तू मज़े से सबकुछ बिस्तर पर ही करता रहेगा। (बाथरूम से पानी की रोड लाता है स्विच से लगाकर उसकी पेंट पर फेंक देता है। स्विच ऑन करता है। बिजली का झटका लगता है, अक्षय 4 फ़ीट ऊँचा उछाल कर बेड के दूसरी तरफ गिरता है।अक्की रोड फटाफट बाथरूम में फेंक आता है ) |
Akshay |
(दर्द
से इकट्ठा हो गया था। चिल्लाने की कोशिश कर रहा था लेकिन चिल्लाए नहीं जा रहा था।
बहुत ज़ोर से चिल्लाना चाहता था। अब सच्ची में सुसु हो जाता है।) |
Akki |
अक्षय
आर यू ओके न ? क्या हुआ......... |
Akshay |
नीचे
पड़ा-पड़ा दर्द में पूरे ज़ोर से चिल्लाता है।
|
11th
Scene |
Location 1] Raajveer
Mahal 2] Large dining
table |
Action |
महल
के अंदर बड़ी घड़ी में सुबह के 9 बजते हैं। महल के 20 नौकर सीढ़ियों के उपर दोनों तरफ,
अलग-अलग ब्रेकफास्ट लेकर जल्दी-जल्दी खड़े हो जाते हैं। आँखे मलते-मलते अनुपमा ऊपर
से आती है, बारी-बारी सबकी प्लेट से ब्रेकफास्ट चखती-चखती और जूस पीती नीचे उतरने
लगती है। नीचे उसके पापा, मम्मी और बड़ी दीदी खाने के आलिशान टेबल पर उसका इंतज़ार
कर रहे थे। अनुपमा आँखे मलते-मलते उनके सामने बैठ जाती है। |
Rajveer |
(सभी
ब्रेकफास्ट करना शुरू कर देते हैं) गुड
मॉर्निंग माय डिअर, गुड मॉर्निंग |
Anupma |
नींद
में ही थी, कोई जबाव् न देकर ज़ोर से अंगड़ाई लेती है। |
Rajveer |
गुड
मॉर्निंग माय डिअर...... |
Anupma |
पापा
अभी कोई गुड मॉर्निंग नहीं, हमारी आँखे ही नहीं खुल रही हैं अभी। |
|
(सभी
हंस पड़ते हैं।) |
Anupma |
अभी
मुझे थोड़ा और सोना है। |
Anjli |
बेटे
कॉलेज नहीं जाना है तुम्हे। 9 बजे लगता है कॉलेज और तुम 9 बजे ही उठते हो रोज़, कॉलेज
में कोई कुछ न कहता है तुम्हें ? |
Anupma |
मम्मा,
मुझे कौन कहेगा कुछ, सभी मुझसे डरते हैं। सबको पता है किसी ने कुछ कहा तो पापा मेरे
कहने पर, पूरा कॉलेज ही खरीद लेंगे। |
Rajveer |
बेटे
मैं तो इंडस्ट्री जा रहा हूँ , तुम कॉलेज निकल जाना अपनी पसंद की किसी भी कार में।
जल्दी कॉलेज क्लियर करो, फिर तुम्हारा रिश्ता मैं अमेरिका में अपने दोस्त के रिलेशन
में हैं, उनके साथ तुम्हारी बात चलाऊंगा। सब ठीक रहा, सारी बात बन गयी, तो तुम यंहा से सीधा अमेरिका जाओगी।
(बालों
को चूम कर निकल जाता है ) |
|
(अनुपमा
के ख्यालों में अक्षय की वही पहली गाड़ी वाली रात याद आने लगती है, 2-3 मिनट तक उसके
दिमाग में वही सब घूमता रहता है। मुस्कुरा कर मन-ही-मन कहती है- पापा, आपको रईस ढूंढने
की जरुरत नहीं है, रईस मैंने ढूंढ लिया है) |
Ankita |
रईस
ही ढूंढना, किसी और के बारे में सोचना तक नहीं। |
Anupma |
(चौंक
जाती है।) क्या
? |
Ankita |
रईस
ही ढूँढना, वर्ना जिंदगी का उदाहरण तुम्हारे सामने है। |
Anupma |
(शर्मा
कर कहती है) नहीं
दीदी, ऐसा कुछ नहीं है। |
Ankita |
हाँ,
वो तो मैं समझ रही हूँ। |
Anjli |
बेटे
तुम्हारी दीदी बिल्कुल सही कह रही है। तुम अपने पापा को तो जानती हो। |
Anupma |
ओह मम्मा, (शर्मा कर जल्दी निकल जाती है।)…. |
12th
Scene |
Location 1] High Mountain |
Action |
(15-20
गुंडे एक लड़के को घूंसों और लातों से मारते हुए ऊँची पहाड़ी पर ले जा रहे थे। बहुत
बुरी तरह ऊँची पहाड़ी पर मारते ले जा रहे थे, एक-एक घूंसे और एक-एक लात से वो ऊँची
पहाड़ी के ऊपर जबरदस्ती चढ़ने की कोशिश कर रहा था। ऐसा लग रहा था गुंडे उसे जान से
ही मार देंगे। मारते-मारते गुंडे उसे पहाड़ी के ऊपर तक पहुंचा देते हैं। 15 फ़ीट ऊँचा
मुक्के का उछाल खाकर गड़धाम से नीचे गिरता है। वोह लड़का खून से लथपथ हुआ अपना चेहरा
धीरे-धीरे जमीन से ऊपर उठाता है। सामने राजवीर अपनी गाड़ी से अपने आप को टिकाये खड़ा
था। सिगरेट के कश-पे-कश खिंच रहा था।) |
Raajveer |
कर्ण,
अंकिता की जिंदगी से दूर चले जाओ। नहीं तो मैं तुम्हे, तुम्हारी जिंदगी से दूर ले जाऊंगा। तड़फोगे तुम मौत पाने के लिए, लेकिन
वोह समय ऐसा समय होगा, तुम मौत को हासिल भी न कर पाओगे। |
Karn |
(धीरे-धीरे
अपने पैरों पर खड़ा होता है) आप
प्यार को, कागज़ के चंद टुकड़ों में नहीं तोल सकते, अंकिता सिर्फ मेरी है। |
Raajveer |
मेरे
बच्चे जब भूख लगेगी तो उसे खिलाओगे क्या ? बचपन से लेकर आज तक तुम्हारे माँ-बाप ने
जितना खर्चा तुम पर किया है, उतना मेरी बेटी का 3 दिन में उड़ाती है। तुम्हारे घर
के जैसा बनने वाला खाना तो हमारे घर के नौकर भी नहीं खाते। |
Karn |
मैं
अंकिता को भगा कर ले जाऊंगा। |
Raajveer |
मेरे कलेजे के टुकड़े को तू भगा कर ले जायेगा ? जान से मार दो इसे। ....... |
|
(गुंडे
मिलकर हवा में उठाते हैं और सामने पड़े बड़े पत्थर पर ज़ोर से पटक देते हैं। कर्ण का सर जख्मी हो जाता है, ऐसे लगता है जैसे
मर गया हो। गुंडे मिलकर उसे उठाते हैं और पहाड़ी की दूसरी तरफ गहरी गहराई फेंक देते
हैं।..) |
Raajveer |
अपनी
सिगरेट फैंकता है और दोनों हाथ साइड में फैलाता है। पीछे से उसकी गाड़ी भयंकर बिस्फोट
से उड़ जाती है। यह गाड़ी गहरी पहाड़ी के नीचे सीधे कर्ण पर गिरती है, फिर भयंकर बिस्फोट होता है और
कर्ण के चिथड़े-चिथड़े उड़ जाते है। फैलाये दोनों हाथों के पीछे से हेलीकॉप्टर निकलता
है। जो राजवीर के पीछे खड़ा हो जाता है। राजवीर शान से उसमें बैठकर चला जाता है।….. |
13th
Scene |
Location 1] Collage 2] Principal Room |
Action… |
(अपनी
2nd महंगी गाड़ी, और महंगे सूट-बूट में अक्षय कॉलेज के बीचों-बीच उतरता है। कॉलेज में लड़के इधर-उधर जा रहे थे। अक्षय
रईसी और शान से चलने लगता है। प्रिंसिपल रूम में बिना परमिशन लिए अंदर चला जाता है
और प्रिंसिपल के सामने खड़ा हो जाता है। प्रिंसिपल उसे और उसके कपड़ों को देखता है
और विनम्रता से कहता है-) |
Principal |
जी
कहिए सर, मैं आपके लिए क्या कर सकता हूँ। |
Akshay |
आप
जानते हैं मुझे ? |
Principal |
जी
नहीं सर, आ.....प ? शायद मैंने कहीं आपको देखा है। |
Akshay |
(डर कर चौंक जाता है, फिर झट्ट से सम्भलता है) मैं वो हूँ, जो तेरे कॉलेज की धज्जियाँ उड़ा सकता है ? |
Principal |
आप
आंतकवादी हो। |
Akshay |
मैं
ऐसे घिनौने काम नहीं करता, but..... तुम्हारे कॉलेज को खरीदने की जरूर हिम्मत रखता
हूँ। |
Principal |
आप
मोदी के रिश्तेदार हैं ? |
Akshay |
कुछ
ऐसा ही समझ लो, खुद सरकार हैं हम। |
Principal |
ये
कॉलेज आप की ही जगह पर बना है। |
Akshay |
अगर
मैं अपनी जमीन खींच लूँ तो क्या होगा ? |
Principal |
(चौंक
कर पूछता है-) आप
ऐसा कर सकते हैं....... ? |
Akshay |
करने
को तो मैं कुछ भी कर सकता हूँ। क्योंकि आज मेरा दिन है ? अगर तुम अपनी और अपने कॉलेज
की खैरियत चाहते हो तो उन 4 लड़कों को कॉलेज से निकाल दो जिन्होंने शैलजा के साथ बत्तमीजी
की है ? |
Principal |
(हाथ
जोड़कर अपनी चेयर से डरता हुआ उठता है और विनम्रता से कहता है-) सर
जी, किसी का फ्यूचर ख़राब करके आपको क्या मिलेगा, लेकिन मैं उन लड़कों को ऐसी सजा दूंगा
पूरा कॉलेज याद रखेगा। आप टेंशन न लें सर जी। |
Akshay |
गिड़गिड़ाने
चाहिए वो, शैलजा के क़दमों में वर्ना या तू नहीं या तेरा कॉलेज नहीं। |
Peon |
(तभी
अंदर चपरासी आता है)…. साहब
जी, आपकी गाड़ी बाहर किसी ने खड़ी कर दी है
? |
Akshay |
चौंक
कर झटका लग जाता है। |
Principal |
(ख़ुशी
से-) क्या......
? वोह हरदेव का मैकेनिक लाया होगा ? |
Peon |
पर
साहब जी गाड़ी के पास कोई नहीं है। |
Principal |
चला
गया होगा चाय-चुये पीने आ जायेगा तुम गाड़ी के पास ही खड़े रहो। |
Peon |
जी
साहब जी। |
Akshay |
(घबराता
हुआ कहता है-) हाँ,
तो ठीक है……जे... जे... जैसा आपको ठी..... ठी....... ठीक लगे। क.... क.... किसी के
फ्यूचर को ब...ब... बर्वाद करने का हमारा कोई हक़ नहीं है। हाँ तो......, मैं चलता
हूँ, आप जल्द कोई....... एक्शन लें। |
Principal |
कोई
बात नहीं सर जी, आप बेफिक्र रहें। |
Akshay |
नमस्ते
करके, जल्दी-जल्दी रूम से बाहर निकलता है…… |
14th
Scene |
Location 1] Collage Room |
Action |
बाहर
शैलजा रोती हुई, अपनी लेक्चर क्लास रूम में जा रही थी। अक्षय की नज़र उस पर पड़ जाती
है। शैलजा अकेली जा रही थी, चारों तरफ स्टूडेंटस थे। लेक्चर रूम में चली जाती है।
उसका पीछा करता-करता उसी क्लासरूम में पहुँच जाता है। अंदर जाता है तो, 6 लड़कों ने
लेक्चरार मुर्गा बनाया हुआ था। शैलजा डरती हुई उन लड़कों के सामने खड़ी हो जाती है।
अक्षय धीरे से आता है और क्लास रूम में बैठने लगता है। एक लड़का कहता है गुस्से में- |
1st Boy |
ऐ
पप्पलू , बैठता कहाँ है..... न्यू एडमिशन, चल रैगिंग करवा इधर आके। |
Akshay |
बिना
कुछ बोले, शैलजा के पीछे खड़ा हो जाता है लेकिन शैलजा को पता नहीं चलता की पीछे अक्षय
है। |
Sheela |
(क्लासरूम
में अनुपमा की एंट्री होती है। अक्षय को देख कर मुग्ध हो जाती है, उसकी सहेली उसे
कोहनी मारती है,) -क्या
देख रही है, रैगिंग करवाना चाहती है क्या ? (अनुपमा
अक्षय को प्यार से देखती-देखती स्टूडेंट्स के बीच में बैठ जाती है।) |
Akshay |
ध्यान
सिर्फ शैलजा के आंसुओ की तरफ था। |
2nd Boy |
ऐ न्यू एडमिशन चैक कर इसके इनका साइज बढ़ा की नहीं। (यह 6 फुकरे लड़के ज़ोर से हंसने लग पढ़ते हैं) |
1st Boy |
हम तो रोज़ इसके चेक करते हैं, हमने सोचा आज तू भी एन्जॉय कर ले, तबियत एक दम मस्त हो जाएगी तेरी। (यह 6 फुकरे लड़के ज़ोर से हंसने लग पढ़ते हैं, बाकि सारी क्लास चुप थी) |
2nd Boy |
शैलजा
को गलत जगह अपने हाथों से दबोचने लगता है। |
|
(अक्षय
पीछे से उसके हाथ अपने दोनों हाथों से रोकता जाता है, शैलजा को जरा भी छूने नहीं
देता। अक्षय शैलजा के पीछे से ही लड़के के दोनों हाथों को रोककर पकड़ता है और 90 डिग्री
में हवा में खींच कर अपने पीछे फैंकता है, पीछे रखा बेंच उसके गिरने से टूट जाता
है और लड़का बेहोश हो जाता है। बाकि के लड़के डर जाते हैं।) |
Shelja |
शैलजा पीछे मुड़कर देखती है और कहती है- अक्षय जी आप ? |
Anupma |
(मुंह
रोने को हो जाता है) |
Akshay |
यार
इतनी बड़ी प्रॉब्लम और तुमने मुझे बताई तक नहीं। |
Shelja |
(ख़ुशी
से आंसू पोंछकर कहती है-) आप
मेरी खातिर कॉलेज आते। |
Akshay |
तुम
दोस्त हो मेरी, समझी दोस्त, तुम्हारी हर प्रॉब्लम मेरी प्रॉब्लम है। |
Anupma |
(सुनकर
उसकी जान में जान आती है।) |
Shelja |
ख़ुशी
से उसके नए कपड़ों को देखकर हंस कर कहती है, आज 1st तारिख है। |
Akshay |
शी....... धीरे बोलो। (अंगूठे से उसके आंसुओं को पोंछकर मुट्ठी बनाता है और पुरे ज़ोर से एक-एक मुक्का सबको मारता है। पांचों गड़धाम से बेहोश होकर गिर जाते हैं।) अगर ऐसी कोई प्रॉब्लम हो न बस एक बार कहना।आज तुम घर जाओ बहुत हो गया आज का कॉलेज तुम्हारा, कल आना अच्छे से। ... |
|
(प्यार
भरी आँखों से हाँ में सर हिलाती है और खुश होकर अक्षय को मुड़-मुड़ कर देखती हुई बाहर चली जाती है। उसके जाने के बाद
जिसे 90 डिग्री में फेंका था, उस लड़के को कॉलर से पकड़ कर धमकाने के लिए उसे कॉलर
से खड़ा करता है, वैसे ही उसकी नज़र पीछे बैठी
अनुपमा पर पड़ती है, उसकी कॉलर हाथ से छूट जाती है। लड़का बेहोशी की हालत
में गिर जाता है। दोनों एक दूसरे को देखने लगते हैं, एक दूसरे में खोने लगते हैं।
ऐसे लगता है जैसे दोनों एक दूसरे से बहुत सारी बातें करना चाहते हों। एक दूसरे की
तरफ दोनों धीरे-धीरे चलने लगते हैं, बिलकुल पास आ जाते हैं ) |
Anupma |
जिसको
मैंने गूगल-फेसबुक पर ढूंढा वोह जाकर मुझे आज, यँहा मिला। |
Akshay |
जेंडर
कन्फ्यूजन, मुझे तो आपके असिस्तत्व की भी उम्मीद न थी। आप बहुत खूबसूरत हैं, आप मुझसे
शादी करेंगी। |
Anupma |
(शर्मा
जाती है-) न
कोई गिफ्ट, न कोई गुलाब, आप ऐसे ही प्रपोज कर रहे हैं, और न ही कोई गाना गाया है
अभी तक हमने साथ। |
Action Song
No-3 |
(दोनों के दिल धड़कने लगते हैं, यादों में........ लव सांग आता है। इस गाने में शैलजा भी अक्षय के
साथ गाना गाती है, इस गाने में सभी अपने-अपने प्यार के लिए गाना गाते हैं। जब गाना
ख़त्म होता है तब वह दोनों कॉलेज में ही एक दूसरे के सामने खड़े होते हैं।)…. |
Scene
15th |
Location 1] Airport 2] Ruins |
Action |
(राजवीर
अंजलि एयरपोर्ट पर अपना पासपोर्ट देता है। अपनी 1st क्लास की टिकट बुक करवाता है।
पासपोर्ट लेकर भीड़ से किनारे हो जाते हैं दोनों-) |
Raajveer |
मैं
अपनी इंडस्ट्री के मामले में अमेरिका जा रहा हूँ। सब ठीक रहा तो करोड़ों का फायदा
होगा हमें। |
Anjli |
ये
तो बहुत अच्छी बात है। आप वहां जा रहें हैं तो, अनुपमा के रिश्ते की बात भी करके
आइयेगा। |
Raajveer |
यह
तुमने बहुत अच्छा याद करवाया। तुम मुझे कॉल करके याद करा देना, ऐसा न हो इंडस्ट्री
के सिलसिले में मैं रिश्ते की बात भूल जाऊं। |
Anjli |
तो
आप पहले अपने फ्रेंड से ही मिल कर जाना। |
Raajveer |
अंजलि
ऐसा नहीं हो सकता है, मैं तो खुद ऐसा चाहता हूँ, लेकिन मुश्किल है। ऐसा न हो बातों-बातों
में फ्लाइट मिस हो जाए। |
Anjli |
हां
जी, जाइये-जाइये बेस्ट ऑफ़ लक। |
|
(जाता-जाता
पलट कर बाये करके चला जाता है ) |
|
(सामने
हवाई जहाज खड़ा था। पैसेंजर हवाई जहाज के सामने सेल्फी ले रहे थे। राजवीर अपनी एक
सेल्फी वैसे ही लेता है। फिर एक कॉल करता है-) |
Raja |
जी
साहब जी। |
Raajveer |
धर्मेश
ठाकुर को जान से मार देना। दौड़ा-दौड़ा कर ऐसे मारना की, देखने वाले की रूह काँप उठे। |
Raja |
हो
जायेगा साहब जी। |
|
जिन
उँगलियों ने माय वाइफ को गंदे मैसेज करने की हिम्मत की, एक-एक करके काटना उन्हें।
मरने से पहले उसे पता होना चाहिए उसकी गलती क्या है।… |
Scene
16th |
Location 1] Collage Campus |
Action |
(अनुपमा
और उसकी फ्रेंड शीला कॉलेज में पेड़ के नीचे बैठे थे। कॉलेज में कई लड़के-लड़कियां बैठे
थे, कई क्लासरूम में जा रहे थे।) |
Sheela |
(अनुपमा
को छेड़ते हुए पूछती है-) और.....
अब तक अक्षय के साथ कितनी बार मिल चुकी हो ? |
Anupma |
कहाँ
यार, 6-7 बार ही मिले हैं हम अभी तक। |
Sheela |
क्यों,
रोज़ नहीं मिलते क्या ? |
Anupma |
वो
अपने काम में, अपनी डील्स फाइनल करने में बिजी रहते हैं। इसलिए हम रोज़ नहीं मिल पाते। |
Sheela |
फ़ोन
पर होती है बात ? |
Anupma |
डैल्ली,
बिना नागा। |
Sheela |
वीडियो-कॉलिंग
? |
Anupma |
नहीं
यार, ऑडियो में ही बात होती है। |
Sheela |
क्यों
? |
Anupma |
पता
नहीं, उन्होंने कभी की ही नहीं। |
Sheela |
और
तुमने ? |
Anupma |
धत्त........,
कैसी बातें करती हो, मैं वैसी लड़की थोड़ी हूँ। मोबाइल पर बातें करते-करते तो हमें
कई महीने हो गए हैं। |
Sheela |
उससे बात करना तुम्हें बहुत अच्छा लगता है। |
Anupma |
(शर्मा
कर हाँ में सर हिलाती है-) तुम
उनके बारे में पूछ रही हो न....., तो भी मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। ये शायद उनके एहसास का ही जादू है। तुम ये सोचो, उनके
सिर्फ एहसास का ही ऐसा असर है, जब फिर वो सामने होते होंगे तो, क्या- क्या होता होगा ? |
Sheela |
तू
तो एकदम फ्लैट हो जाती होगी ? |
Anupma |
फ्लैट.......
, फ्लैट तो उन पर मैं कब से हूँ। उनकी रौबदार पर्स्नलिटि मुझे उनकी तरफ खींचने को
मजबूर कर देती है। शादी के बाद हम घूमने आउट ऑफ़ कंट्री ही जाया करंगे। उन्होंने मुझे
पासपोर्ट बनवाने को भी कह दिया है। |
Scene
17th |
Location 1] Office
Buillding |
Action |
धर्मेश
ठाकुर अपने बड़े ऑफिस में हांफता हुआ भागे जा रहा था। जहाँ-जहाँ से भाग रहा था उसके
ऑफिस के लोग खड़े होते जा रहे थे। पीछे राजा और उसके 30 गुंडे हथियार लेकर उसे काटने
को दौड़ रहे थे। धर्मेश ठाकुर कुछ देर के बाद
हांफता-हांफता दौड़ता हुआ, बिल्डिंग के छत्त पर पहुँच जाता है। गुंडे उसे घेरे
में घेर लेते हैं, काट-डालते हैं। |
Scene
18th |
Location 1] Traffice Road 2] Room |
Action |
(अक्षय
और अक्की रोड़ पर मैकेनिक के कपड़ों में, लंच करने घर जा रहे थे आपस में गप्पें मारते-मारते।
अपनी गाड़ी में बैठी अनुपमा की नज़र अचानक जाते हुए उन दोनों पर पड़ती है, चौंक जाती
है।) |
Anupma |
अक्षय,
इन्हें क्या हुआ आज.... |
|
(अक्षय
अक्की को अपने रूम में पहुँचा देता है। अनुपमा भी उनका पीछा करती -करती बाहर खिड़की के पास चुपके
से पहुँच जाती है।) |
Akki |
यार
आज तो सुबह से कुछ नहीं खाया है और काम की भी ओवरलोडिंग है। |
Akshay |
(हाथ-मुंह
धोने के बाद खाना डालते हुए-) यार
अब क्या कर सकते हैं, आज तो मुझे खाना बनाने का भी टाइम नहीं था। शैलजा
बना कर गयी है। |
Akki |
बस
यार शादी कर लेनी चाहिए अब तुझे, शैलजा कैसी रहेगी। |
Anupma |
(आंखे
गीली हो जाती है) |
Akshay |
(खाना
खाते-खाते हंसकर कहता है-) क्या
? मैंने कभी उसके बारे में सोचा नहीं, शैलजा तो मेरी दोस्त है। शादी तो मैं अनुपमा
से करूँगा। |
Anupma |
(ख़ुशी
से गर्व महसूस करने लगती है।) |
Akki
|
तू
, तेरे पास है ही क्या, तेरे से अच्छे तो कबाड़िये होंगे। यह खाने का राशन भी शैलजा
अपने घर से लायी होगी। साले कबाड़िये, तेरे मकान का किराया तो खुद शैलजा अपने आप कर
के, अपने ही बाप को देती रहती है। |
Anupma |
(सुन
कर सारी हिल जाती है, उसकी बातों पर यकीन नहीं होता है।) |
Akshay |
(हँसता
हुआ -) यार
वो तो कभी-कभी दे देती है। दोस्ती में इतना सब तो चलता है। |
Akki |
अबे
भिखारी तेरे पास पहली तारीख के बाद बचता क्या है? बस एक दिन के दिखावे के बाद। |
Anupma |
(अनुपमा
की आँखों से आंसू निकल आते हैं। मन में सोचती है) मेरे
साथ धोखा, मेरे प्यार के साथ धोखा………… |
Akki |
अनुपमा
को तेरे बारे में मालूम है ? |
Akshay |
पता
नहीं यार, जहाँ तक मैं जानता हूँ वो मुझे एक रईसजादा समझती है। |
Akki |
साले
तो तू उसके सामने कहीं का नवाब बन कर क्यों गया। मोटर-मैकेनिक बन कर जाना था। |
Akshay |
तो
क्या हुआ, मोहब्बत और जंग में सब जायज
होता है। फिर
भी मैं उसे सब सच-सच बता दूंगा। अगर वो एक मोटर-मैकेनिक को अपना लेगी तो ही मैं उससे
शादी करूँगा। |
Anupma |
(अपने
आंसू पोंछने लगती है, उसकी बातों पर धीरे-धीरे यकीन करने लगती है) |
Akshay |
बस
ये एक कमरा और एक किचन है, अगर अनुपमा आना चाहे तो कभी भी आ सकती है। बच्चे बेड पर सो जाया करेंगे
और मैं और अनुपमा नीचे किचन में। |
Anupma |
(शर्मा
जाती है, और गर्व के साथ खुश होकर वहाँ से चली जाती है।) |
Shelja |
(उसके
किचन में शैलजा खड़ी होकर सब सुन रही थी,
उस पर दुखों का पहाड़ टूट रहा था।) |
|
(अक्की
और अक्षय खाना खाकर और हाथ धोकर चले जाते हैं।) |
Shelja |
(रोने
लगती है, पहले धीरे-धीरे रोने लगती है फिर घुटनों के बल गिर कर रोने लगती है। रोते-रोते
कहने लगती है-) हमने
तो, हमने तो अपनी हर सांस तक आपके नाम कर दी थी। ये हमारी बदकिस्मती है या हमारे
प्यार की कमी, जो आप, जो आप हमें समझ कर भी न समझ पाए। (और
रोना आ जाता है उसे ) आई
लव यू , अक्षय...... आई लव यू , मैं तुम्हारे बिना कैसे जीयूँगी अब..... आई लव यू......
(बहुत
रोती है, तड़फ-तड़फ कर रोती है) |
Scene
19th |
Location 1] Raajveer Mahal |
Action |
(राजवीर
के घर, स्पेस्लिस्ट डॉक्टर जो उनके बचपन के दोस्त भी थे, अपने बेटे के साथ घर पर
चाय पर आये थे। राजवीर, अंजलि और अंकिता ही उनके साथ बैठे थे। अनुपमा कॉलेज जा चुकी
थी।) |
Doctor |
(चाय
पीते-पीते कहते हैं।) मेरा
बेटा सरकारी डॉक्टर बन चुका है और शहर में 7 बड़े प्राइवेट हॉस्पिटल भी इसने खोल दिए
हैं। |
Raajveer |
यह
तो बहुत अच्छी बात है। गुड...... |
Doctor |
एक
बात तो इसकी माननी पड़ेगी, इसने अपने ही बलबूते पर 7 प्राइवेट अस्पताल खोले हैं। मुझसे
इसने एक भी पैसा नहीं लिया। मेरे बेटे का एक-एक अस्पताल इतना बड़ा है जिसमें 4-4 सरकारी
अस्पताल समां जाएँ। अब ये अपने पैरों पर खड़ा हो गया है, मैं सोचता हूँ की अब इसकी
शादी करा दूँ। अगर आप और अनुपमा बेटी इस रिश्ते के लिए हाँ कर दें तो........ |
Raajveer |
अरे, यह तो बहुत अच्छी बात है। तुम्हारा बेटा होनहार और कमाऊ है, ऐसा दामाद कौन नहीं चाहेगा। नीरज मुझे पसंद है। मेरी तरफ से रिश्ते के लिए हाँ है। (सभी खुश हो जाते हैं) |
Neeraj |
डैडी
जी, अगर आप अनुपमा जी से पूछ लेते ? |
Raajveer |
वो
राजवीर की बेटी है, मेरा कहना वो कभी नहीं टालती। नेक्स्ट मंथ उसका बर्थडे है, उसके
बाद उसकी और तुम्हारी शादी की प्लानिंग करते हैं।… |
Scene
20th |
Location 1] Raajveer
Mehal Birthday Party |
Acation |
(पूरा
महल अनुपमा की बर्थडे पार्टी में खचाखच भरा हुआ था। एक दुल्हन की तरह पूरा महल सजा
था। जितनी हाईट अनुपमा की थी उतना बड़ा केक हज़ारों मोमबत्तियां जलाये रक्खा था। अनुपमा
परी से कम नहीं लग रही थी। अनुपमा का मंगेतर भी वहीँ था। अनुपमा बार-बार दरवाजे की
तरफ देख रही थी।) |
Raajveer |
बेटे
लगभग सारे मेहमान आ चुके हैं, अब किसका वेट कर रही हो। केक काटो। |
Anupma |
थोड़ी देर पापा जी, प्लीज...... (बार-बार दरवाजे की तरफ देख रही थी।) |
Akshay |
(अपने
महंगे कपड़े डाले हाथ में फूलों का गुलदस्ता लिए अंदर आता है।) |
Anupma |
उसके
चेहरे पर ख़ुशी छलक पड़ती है। अक्षय को लाने उसके पास जाने लगती है, उसकी डाली परियों
की पोशाक उसके पीछे रगड़ती हुई चलने लगती है। |
Raajveer |
(उसके
चेहरे की हवाइयाँ उड़ चुकी थीं। गुस्से से मन में सोचता है-) मैं
गुंडा नहीं बनना चाहता, एक और खून नहीं करना चाहता। लगता है मेरी बेटियां ऐसे मानेगी
नहीं। |
Raajveer |
बर्थडे
की बहुत सारी शुभकामनायें आपको अनुपमा जी। Happy-Birthday |
Akshay |
थैंक्यू
....... |
|
(जैसे-जैसे
अनुपमा केक काटने लगती है, उसे याद आने लगती है-) |
Scene
21st |
Location 1] Beautiful
Mountain |
Action
|
(अक्षय
और अनुपमा आसमान को छूती एक सुँदर पहाड़ी पर खड़े थे चारों और का प्राकृतिक नज़ारा बहुत
ही मनमोहक था।) |
Akshay |
मैं
तुमसे बहुत-बहुत प्यार करता हूँ। मैं तुम्हे जिंदगी की हर ख़ुशी दूंगा। जबसे मैंने
तुमसे प्यार करना शुरू किया है, मैं अपने वश में हूँ ही नहीं। अगर तुमने प्यार के
लिए मना किया तो मैं यंहा से कूद कर अपनी जान दे दूंगा। बस मेरी जिंदगी यहाँ तक ही है, तुम चाहो तो मुझे जिन्दा बचा सकती हो
और तुम चाहो तो मुझे आज खत्म कर सकती हो। आई लव यू..... |
Anupma |
(सादगी
से कहती है-) तुम
मुझे कितना खुश रखोगे ? |
Akshay |
मैं
रईस नहीं हूँ, मैं बहुत गरीब हूँ, एक मोटर-मैकेनिक हूँ, लेकिन तुम्हारी खुशियों के
लिए अपने शरीर का, लहू तक बेच दूंगा मैं। |
|
(कस
कर जफ्फी डाल देती है। दोनों एक दूसरे में खोने लगते हैं, अक्षय भी उसे अपनी बांहों
में भर लेता है और एक-दूसरे को बाँहों में कसने लगते हैं।) |
Scene
22nd |
Location 1] Raajveer Mehal
Birthday Party |
Action |
(अनुपमा
केक अक्षय के मुंह में डालती है। चारों ओर तालियां गूंजने लगती हैं। फिर केक मम्मी-पापा
और अंकिता को खिलाती है।) |
Scene
23rd |
Location 1] Room 2] Bathroom |
Action |
(अक्षय
काम से रात को घर आता है।अंदर शैलजा खाना बना रही थी। हाथ मुंह धोने लगता है। थोड़ी
देर के बाद शैलजा चाय लेकर आती है।अक्षय चाय पकड़ कर कहता है-) |
Akshay |
तुम
डांस अच्छे से सीख लो। जल्द मेरी शादी आने वाली है। ऐसा डांस मेरी शादी में करना
की सारे बैंड वाले एक तरफ, और तुम्हारे ठुमके दूसरी तरफ…. |
Shelja |
जी,
अंदर मैंने खाना बनाकर रख दिया है। आप टाइम से खा लेना। |
Akshay |
बैठो
यार मैं तुम्हें सुनाता हूँ अनुपमा की बर्थडे पार्टी में क्या हुआ ? |
Shelja |
(बात
टालते हुए, जल्दी से कहती है-) मुझे
लेक्चर तैयार करना है। |
Akshay |
बैठो
यार...., मैं अपनी ख़ुशी तुमसे शेयर नहीं करूँगा तो किस से शेयर करूँगा। |
Shelja |
आप
समझ नहीं रहे हैं अक्षय जी, बहुत इम्पॉटेंट लेक्चर है। हमने आज तक आपकी कोई बात न
मानी हो, ऐसा कभी हुआ है? |
Akshay |
ठीक
है, करो तुम पढ़ाई जाके, गुड नाईट। |
Shelja |
(अपने
रूम का दरवाजा अंदर से बंद कर लेती है। दीवार से सट जाती है, आँखों से धराधर आंसूं
बहने लगते हैं कहती है -) |
Shelja |
हमारे
शरीर से हमारी साँसों को दबोचकर अक्षय जी, आप हमें अपनी खुशियों में शामिल करना चाहते
हैं। आप नहीं जानते आपके बिना तो हम सांस लेने तक की सोच भी नहीं सकते। |
|
(बहुत
रोने लगती है। फिर चौंकती है कहती है -) |
Shelja |
मम्मी-पापा
बाहर न सुन लें। |
|
(फिर
अंदर बाथरूम का दरवाजा अंदर से बंद कर लेती है। पागलों की तरह आईने के सामने अपना
मुंह धोने लगती है। मुंह धोते-धोते फिर रो पड़ती है। रोते-रोते नीचे बैठ जाती है।) |
Shelja |
मैं
आपसे अक्षय जी, बहुत प्यार करती हूँ। |
Song- 4 |
(यहां आता है सैड सांग जो अक्षय की याद में शैलजा गाती है। बिल्ख-बिल्ख
कर शैलजा गाती है। इस गाने में अक्षय के साथ बिताये हुए सारे पल उसे याद आते हैं………..) |
Scene
24th |
Location 1] Raajveer
Mehal |
Action |
(हॉल
में सारे बैठे थे, कॉफी पी रहे थे। महल के नौकर एक लाइन में पीछे खड़े थे, राजवीर
अनुपमा से कहता है ?) |
Raajveer |
बेटे
मैंने तुम्हारी शादी अपने दोस्त के बेटे नीरज के साथ फिक्स कर दी है। |
|
(Anupma
अचानक सुनकर कॉफी का घूँट गले में अड़ जाता है और उसे खांसी आ जाती है। अंजलि और अंकिता
बहुत खुश होती हैं सुनकर.... ) |
Ankita |
पापा
जी, वहां तो अनुपमा बहुत खुश रहेगी। |
Raajveer |
हाँ
बेटे, तभी मैंने इसका रिश्ता वहां तय किया है। |
Anupma |
पर
पापा जी मैं अक्षय को चाहती हूँ। अक्षय से शादी करना चाहती हूँ। |
|
(अंजलि
और अंकिता चौंक जाती हैं) |
Anjli |
बेटे
ये तुम क्या कह रही हो। तुम उसी अक्षय के बारे में बात कर रही हो जो तुम्हारी बर्थडे
पार्टी में आया था ? वो तो मामूली मैकेनिक है। तुम उससे शादी करना चाहती हो।… |
Anupma |
मम्मा
वो बहुत अच्छा लड़का है, दिल का बहुत सच्चा है। अक्षय मुझे सारी जिंदगी खुश रखेगा। |
Raajveer |
बेटे
2 महीने के प्यार के लिए एक बाप के 25 साल के प्यार को ठोकर मारकर जाना चाहती हो।
आज वो तुम्हें हम सबसे अजीज हो गया। |
Anupma |
पापा
जी ऐसी बात नहीं है, अक्षय बहुत मासूम है। |
Raajveer |
मैं
जानता हूँ बेटे उसकी मासूमियत, रहने के लिए उसके पास घर नहीं है, खाने को उसके पास
रोटी नहीं है। |
Anupma |
पापा
जी वो छोटी सी नौकरी करता है, हम दोनों इसी में खुश रह लेंगे। |
Raajveer |
(गुस्से
में खड़ा हो जाता है और गुस्से में कहने लगता है-) कैसी
नौकरी की बात कर रही हो, जो उसे महीने की पगार मिलती है, उसकी एक ही दिन में शराब
पी जाता है। मैं ऐसा दामाद बर्दाश नहीं कर सकता। |
Anupma |
पापा
जी, अक्षय बहुत मासूम है, बहुत भोला है वो....... |
Raajveer |
(गुस्से
में आगबबूला होकर, अपने कोट की लेफ्ट जेब से गन निकाल कर, हवा में 3-4 गोलियां चला
कर कहने लगता है-)( सभी डर जाते हैं) मैं
भी मासूम हूँ, मैं भी भोला हूँ, लेकिन मेरे बेटे अक्षय और मुझ में से तुम्हें किसी
एक को चुनना होगा। या तेरा 2 महीने पुराना प्यार रहेगा, या फिर तेरा बाप जिन्दा रहेगा। |
Raajveer |
(गन
अपनी कनपट्टी पर रख कर ट्रिगर दबा देता है,) |
Anupma |
(दौड़कर
हाथ छत्त की तरफ कर देती है, गोली सीधे छत में धंस जाती है। डरी हुई रोती-रोती कहने
लगती है। ) आई
लव यू पापा, मुझे छोड़ कर मत जाना। मैं आपसे बहुत प्यार करती हूँ। बहुत रोती है, रो-रो
कर चुप नहीं होती है। (कस
कर बाप के सीने से रोती हुई लग जाती है।) |
Raajveer |
(आँखों
में आंसू आ जाते हैं) |
Scene
25th |
Location… 1] Raajveer
Mahal |
Action |
(अगले
दिन, नए रईसी कपड़े डाले अक्षय और नार्मल कपड़े डाले अक्की राजवीर महल की डोर-बेल्ल
बजाते हैं। अक्की कहता है-) |
Akki |
शायद
तेरी शादी का ख्याल उनके दिल में आया है, इसीलिए पापा ने तुम्हें चाय पे बुलाया है। |
Akshay |
(खुश
होकर, हाँ सर हिलाता है।) |
Akki |
यार
ये किसी महल के फाटक की तरह दरवाजा है, सारा खुलेगा ये ? |
Akshay |
अबे
ये महल ही है। |
|
(महल
के नौकर दरवाजा खोलते हैं।) |
|
(दोनों
अंदर जाते हैं। महल की ऊंचाई को और महल की सजावट को देख कर दोनों के मुंह खुले-के-खुले
रह जाते हैं। Akki कोहनी मारकर, धीरे से कहता है) |
Akki |
दिखावे
के रईस, ये होती है रईसी, बोला था मैंने महंगे कपड़े मत खरीद, मत खरीद, तेरे से अच्छे
तो मुझे नौकरों के कपड़े लग रहे हैं। |
Akshay |
चुप
रह। |
|
(नौकर
उन्हें सोफे पर बिठाते हैं। महल का कोई भी सदस्य वहां न था सिवाए नौकरों के। चाय
के साथ थोड़ी-थोड़ी हर मिठाई सजाकर उनके लिए रखते हैं और साइड में खड़े हो जाते हैं
) |
|
(दोनों
के मुंह खुले के खुले रह जाते हैं और मुंह में पानी आ जाता है।) |
Akki |
यार
इतनी मिठाइयां तो मैं पहली बार देख रहा हूँ। |
Akshay |
मैं
भी। क्या देखता है फिर, कर दे हमला…………।
|
|
(दोनों
चाय की प्याली फटाफट उठाकर, मिठाई जल्दी-जल्दी खाने लगते हैं। थोड़ी ही देर मैं सारी मिठाइयां ख़त्म कर देते हैं। अक्की
कहता है) |
Akki |
कुछ
नमकीन नहीं है। |
Vater |
जी साहब जी (नमकीन मिठाइयों की बड़ी थाली सामने रख देते हैं ) |
Akshay |
अबे
यार, इतनी नमकीन मिठाइयां तो मैंने अपनी पूरी जिंदगी में नहीं खाई हैं। |
Akki |
क्या देखता है फिर, टूट पड़……………। (दोनों नमकीन मिठाइयों पर टूट पड़ते हैं, थोड़ी ही देर में सब ख़त्म कर देते हैं।) |
|
(अनुपमा
उनके पास आती है, दोनों फटाफट मुंह पोंछकर खड़े हो जाते हैं) |
Akshay |
कैसी
हो ? मम्मी, डैडी………….., दीदी कहाँ हैं सब ? |
Anupma |
(नौकर
के हाथ से कार्ड पकड़ती है, और अक्षय को देती है-) |
|
(अक्षय
कार्ड खोलता है, उस पर नीरज वेड्स अनुपमा पढ़कर उसका दिमाग हिल जाता है। गला सूख जाता
है सारा, धीरे से पानी का गिलास पीता है।) |
Akshay |
(दबी
और डरी आवाज़ में कहने लगता है-) मैं,
तूम्हारे लायक नहीं हूँ। मुझमें कुछ, गन्दी आदतें भी हैं। सब छोड़ दूंगा मैं। दिन
रात मेहनत करूँगा मैं। पैसे इक्क्ठे करूँगा मैं। एक मौका मुझे दोगी तुम, अपने आप
को साबित करने का। |
Anupma |
नेक्स्ट
मंथ मेरी मैरिज है और वैसे भी तुम मेरे काबिल कभी थे ही नहीं। क्या मेरा और तुम्हारा
मेल कभी हो सकता है। झांको अपने गिरेवान में। |
Akshay |
(आँखों से आंसू निकल आते हैं, न में सर हिलाता है।) तो वो सब क्या था ? |
Anupma |
मजाक......
मजाक था। मजाक के आलावा कुछ नहीं था। तुम तो अपनी जिंदगी से खुद मजाक करते हो। एक मजाक मैंने कर दिया तो क्या हुआ। पहाड़ तो नहीं
टूट पड़ा। |
Akshay |
(मजाक
शब्द अक्षय के दिमाग में घूमने लगता है। अक्षय को चक्कर आने लगता है। उसके दिमाग
में सिर्फ मजाक, मजाक, मजाक ही गूंज रहा था। (अक्की उसे पकड़ता है-) |
Akki |
तुम
ठीक हो ना अक्षय। |
Akshay |
(संभलता
है) हाँ
मैं ठीक हूँ।…
|
Scene
26th |
Location 1] Hospital |
Action |
(हरदेव
और अक्की, अक्षय को दोनों साइड से पकड़ कर हॉस्पिटल लाते हैं। अक्षय ऐसे लग रहा था
जैसे उसके दिमाग में फर्क पड़ गया हो। हल्के-हल्के झटके अपनी बाज़ू को दे रहा था और
कभी-कभी इधर-उधर भी देखे जा रहा था। जिस डॉक्टर के सामने उसे बिठाते हैं, वो अनुपमा
का मंगेतर नीरज होता है।) |
Hardev |
(अक्षय को लेकर दोनों भी डॉक्टर के सामने बैठ जाते हैं।) डॉक्टर साहब इस गधे का ठीक से इलाज़ कीजिये, पहले तो इसे अपने पैसे उड़ाने की बीमारी थी। अब ना जाने इसने कौन सी बीमारी अपना ली। नेट-बोल्ट कसने की बजाये बैल की तरह मुंडियां मार रहा है। अगर बिजली के झटके देकर यह ठीक हो सकता है तो दो, मुझे इसमें कोई हर्ज़ नहीं है। 30 दिनों से मेरा बहुत नुक्सान हो रहा है। कम-से-कम जल्द ठीक तो होगा ये। |
Dr. Neeraj |
(
डॉक्टर उसका चेकउप करने लगता है, उसकी आँखे टॉर्च से चेक करता है ) हुआ
क्या है इसे ? |
Hardev |
आज
तक सारी जिंदगी इसने, शराब पीने और पैसा बेफजूल खर्च करने में ही गँवा दी। बस किसी
महान देवी ने इसे आईने का आभास करा दिया। तब से यही हाल है। |
Dr. Neeraj |
इतना
बड़ा झटका लगा इसे। ये मैंने दवाइयाँ लिख दी है। हफ्ते की दवाई है, पहले यह खिलाओ
आप फिर देखते हैं। |
Hardev |
डॉक्टर
साहब आप कहते हैं तो हफ्ता और देख लेता हूँ। नहीं तो आगरा ले जाने के सिवाए, मेरे
पास और कोई रास्ता नहीं बचा है।…. |
Scene
27th |
Location 1] Raajveer
Mahal |
Action |
(शादी
के हफ्ता पहले ही wedding decorators महल को दुल्हन की तरह सजाने लग पड़ते हैं, सारे
परिवार में ख़ुशी का माहौल था। अपने कमरे में लेटी अनुपमा बहुत उदास थी ? उसका मन
भर आता है, वो गाने लगती है-) |
Song
No. 5 |
इस गाने में अक्षय पागलों की तरह सड़क में फिरता दिखाया जाता है। अक्षय
गाना नहीं गाता सिर्फ उसे याद कर-कर चौंकता रहता है। अनुपमा को नहीं मालूम होता की
वो पागल हो चुका है। अनुपमा उसे अपनी बाँहों में भर-भर के गाना गाने लगती है।…. |
Scene
28th |
Location 1] Raajveer Mahal |
Action… |
(शादी
का दिन आ जाता है। पूरा महल एक हीरे की तरह दिन में चमक रहा होता है। मेहमान आना
शुरू हो गए थे। राजवीर मेहमानों का स्वागत कर रहे थे। जूस और ड्रिंक लेकर वेटर सबको
दे रहे थे। परियों की सफ़ेद पोशाक में अनुपमा को उसकी मम्मा और दीदी महल की सीढ़ियों
से नीचे लाने लगते हैं। ऐसा लग रहा था जैसे संपूर्ण सुंदरता अनुपमा में ही समा गयी
हो। धीरे-धीरे अनुपमा सीढ़ियों से नीचे उतर रही थी। राजवीर की नज़र उस पर पड़ती है।
उसकी आँखे भर आती हैं।) |
Scene
29th |
Location 1] Room |
Action |
(अक्षय
पागलों की तरह, अपने घर में बैठा हाथ को झटके दे रहा था। दूसरे हाथ में शादी का कार्ड
तकिये के नीचे से निकाल कर, उसे देखने लगता है। इधर-उधर देखने लगता है, फिर उसी हाथ
से कार्ड को खोलकर पढ़ने लगता है।) |
Shelja |
(शैलजा
जूस का गिलास उसके मुंह की तरफ करती है, अक्षय की यह हालत देखकर आँखों में आंसू आ
जाते हैं।) आप
क्या देख रहे हैं। अनुपमा आपसे प्यार नहीं करती है। अगर करती होती तो आपको छोड़ कर
न जाती। |
Akshay |
(अक्षय
को कोई फर्क नहीं पड़ता है। सिर्फ कार्ड को निहारे जा रहा था।) (अनुपमा की कही बात याद आने
लगती है-) Anupma-> मजाक...... मजाक
था। मजाक के आलावा कुछ नहीं था। तुम तो अपनी जिंदगी से खुद मजाक करते हो। एक मजाक मैंने कर दिया तो क्या हुआ। पहाड़ तो नहीं
टूट पड़ा।…… |
Shelja |
आपको शायद अच्छा नहीं लगेगा, पता नहीं आप क्या सोचेंगे। मैं..... मैं.... आपसे, मैं आपसे प्यार करती हूँ। (आँखे नम होने लगती हैं।) जितना प्यार आप अनुपमा जी से करते हैं, उतना तो शायद कोई नहीं कर सकता। लेकिन मैं आपसे बहुत प्यार करती हूँ। आप चाहो, आप चाहो तो....... , मुझे अपना सकते हो। आप चाहो तो, अगर आप चाहो तो, हमेशा के लिए, मुझे ठुकरा भी सकते हो। |
Akshay |
(अक्षय
वैसे ही कार्ड को निहारे जा रहा था। )…. |
Scene
30th |
Location 1] Raajveer
Mahal 2] Mandap |
Action |
(राजवीर
को अनुपमा के रूम में हार्ट-अटैक पड़ जाता है। सीना पकड़ कर नीचे गिरता है। अंकिता
और अंजलि अचानक से अनुपमा के रूम में पहुँचती हैं। राजवीर को गिरा देख उसके पास दौड़ती
हैं, फिर उसे अपनी गोद में रखती हैं) |
Ankita |
पापा
जी, पापा जी क्या हुआ ? |
Anjli |
(अंजलि
पानी पिलाती है) आप
ठीक हैं न, क्या हुआ आपको ? |
Raajveer |
(सीना
पकड़े और दर्द से कहता है-) अनुपमा,
मेरे चेहरे पर कालिख पोथ कर, उस मैकेनिक के साथ भाग गयी। |
Anjli |
ये
आप क्या कह रहे हैं ? बाहर मंडप में दूल्हा अनुपमा का इंतज़ार कर रहा है। |
Raajveer |
आज
तक मेरे सामने, किसी ने ऊँची आवाज में बात न की, लेकिन मेरी बेटी ने मुझे, किसी को
मुंह दिखने के काबिल न छोड़ा। |
Ankita |
(रोते
हुए कहती है-) पापा
जी, मैं हूँ न..... आपके चेहरे पर कालिख पोथने न दूंगी। मैं करुँगी नीरज जी से शादी। |
|
(दूल्हा
और दूल्हे के डैडी भी आ गए थे ? दूल्हे का डैडी उसके पास बैठकर कहता है-) |
Neeraj Daddy |
राजवीर
वो दोस्ती, दोस्ती ही नहीं जो दोस्त के काम न आये। तुम्हारी इज़्ज़त हमारी इज़्ज़त है।
इस घर से बारात खाली हाथ न जाएगी। हम अंकिता को अपनी बहू बनाकर ले जायेंगे। |
Raajveer |
लेकिन,
लेकिन……., लेकिन क्या नीरज अंकिता से शादी करेगा। |
Neeraj |
(बैठ
कर उसके सीने पर हाथ रखता है-) हो
सकता है अनुपमा मुझे न पसंद करती हो। अगर मेरी और अनुपमा की शादी हो भी जाती, तो
वो शायद मेरे साथ कभी भी खुश न रह पाती। पापा जी, हो सकता है भगवान् ने मेरे लिए
अंकिता को ही बनाया हो…….। अब आप जल्दी से उठिये। |
Neeraj |
(हाथ
से पकड़ कर धीरे-धीरे उसे खड़ा करता है, और अंकिता का हाथ अपने हाथ में पकड़ कर कहता
है-)…… और
हमारी शादी करवाइये। |
|
(राजवीर
को व्हीलचेयर पर मंडप में लाते हैं। उसके चेहरे पर शर्मन्दिगी झलक रही थी। नज़रें
न मिला पा रहा था किसी से......
पंडित मंत्रों
का उच्चारण करने लगता है, दोनों के सात फेरे होने लगते हैं। महल में धीरे-धीरे खुशियां छाने लगती हैं,
राजवीर मंडप में ही फ़ोन करता है, जिसे वही गुंडा राजा उठाता है जिसने अंकिता के बॉयफ्रेंड
कर्ण को मारा था।)… |
Raja |
जी
साहिब जी, |
Raajveer |
दी
एंड......... |
Raja |
साहिब
जी, आपका मतलब अक्षय और अनुपमा दोनों......... ? |
Raajveer |
यस.......,
एक करोड़ तुम्हें मिल जायेंगे। |
Raja |
जी
साहिब जी...... |
Scece
31st |
Location 1] Night Traffic
Road |
Action |
(30
गुंडे 15 बाइक्स को हवा में 20 फ़ीट उछाल कर और हाथों में नंगी तलवारें लिए ट्रैफिक
रोड़ पर निकलते हैं………….। सड़क के किनारे के लोग अचानक उन्हें देख डर जाते हैं। गाड़ियों
की भीड़ को चीरते हुए बाइक्स, फुल स्पीड में जा रहीं थीं। बाइक्स को गाड़ियों के ऊपर
से ही उछाल कर ले जाते हैं।) |
Scene
32nd |
Location 1] Aksahy Room |
Action |
(शादी
के लाल जोड़े में हाँफती हुई, अनुपमा अक्षय के रूम में पहुँचती है। इधर-उधर अक्षय
को देखती है। अक्षय दूसरी तरफ मुंह किये चेयर पर बैठा था। रोती हुई चेयर के पीछे
से ही कहने लगती है-) |
Anupma |
मैं आ गई हमेशा-हमेशा के लिए, सिर्फ तुम्हारा साथ निभाने के लिए। मैं बहुत बुरी हूँ न? मैंने तुम्हारे सच्चे प्यार की कदर न की न। तुम्हें मुझे डांटने का पूरा हक़ है, तुम चाहो तो मुझे थप्पड़ भी मार सकते हो। तुम्हें मुझसे नाराज़ होने का भी पूरा हक़ है। आई लव यू अक्षय, आई लव यू.......
|
|
(अक्षय के हाथों से शादी का कार्ड नीचे गिर जाता है। Anupma
धीरे-धीरे
चेयर के आगे जाती है, अक्षय को देख कर चौंक जाती है। अक्षय मर चुका था। अक्षय को बाहों में भरकर रोने लगती है। रो-रो कर बेहाल हो जाती है, जी भरकर रोती है। रो-रो कर वो भी मर जाती है।) |
|
The End It will
always be my endeavor that I can live up to your thinking Sir ji…… |
|
Script
Writer My
WhattsApp-9805626001
|
Scripts Writer
Manoj Kumar
WhattsApp No-9805626001